कला उत्सव में छायी डॉ. सुनील जाधव द्वारा लिखित हास्य-व्यंग्य एकांकी ‘वो, मेरे लिए गाते नहीं!’

 


श्री शारदा भवन एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित यशवंत महाविद्यालय, नांदेड़ द्वारा पूर्व कुलपति गणेशचंद्र शिंदे जी की प्रेरणा से प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिन्दी, मराठी, उर्दू, अंग्रेजी भाषाओं का कला उत्सव- 2023-24 दिनांक 16 मार्च को अनुवाद अध्ययन इस विषय पर सम्पन्न हुआ | विभिन्न भागों में विभाजित इस समारोह में छात्रों द्वारा नाट्य प्रस्तुति इस भाग में महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त लेखक डॉ. सुनील जाधव द्वारा लिखित हास्य-व्यंग्य एकांकी नाटक ‘वो, मेरे लिए गाते नहीं!’ को छात्रों द्वारा अद्भुत प्रतिसाद मिला | और कविता, कहानी, पुस्तक चर्चा, साहित्यिक प्रतिभा, साहित्यिक फिल्म आदि सभी कला प्रकार में एकांकी ने छात्रों को हँसाकर लोटपोट किया | वहीं एस. आर. टी. विश्वविद्यालय के अनुवाद विभाग के प्रो. दिलीप चव्हाण ने कला उत्सव का उद्घाटन करते हुए रोजगार में अनुवाद की उपयोगिता को स्पष्ट किया | तो अध्यक्ष कार्य उप प्राचार्य कविता सोनकांबले जी ने संभाला |

पति - पत्नी के जीवन में छोटी-बड़ी नोकझोंक होती हैं | किन्तु जीवन में आने वाले सुख-दुखों को एक-दूसरे के साथ मिलकर चलना होता हैं, का सामाजिक संदेश देनेवाली ‘वो, मेरे लिए गाते नहीं!’ इस एकांकी में सूत्रधार के रूप में कु. आशा भरकाड ने कार्य संभाला तो कु. राधिका देशमुख, कु. धनश्री एलूरे, अली शेख, फैजन शेख, चैतन्य कदम छात्रों ने अभिनय किया | कला उत्सव का संयोजन प्रो. पद्मारानी राव, डॉ. संजय जगताप, डॉ.संदीप पाइकराव, डॉ. शबाना दुर्रानी ने किया | तो डॉ.सुनील जाधव, प्रो. विश्वाधार देशमुख, डॉ साईनाथ शाहू, डॉ. कैलाश इंगोले, शिवाजी सूर्यवंशी, प्रा. अजहर अहमद, श्री माधव दुधाटे, किरण देशमुख, डॉ.रत्नमाला म्हस्के, प्रा.सविता चितकलवार जैसे विभिन्न भाषाओं के प्राध्यापकों ने सूत्रधार, सुविधक, इतिवृत्त आभार आदि कार्य को पूरा कर कला उत्सव को सफल बनाया |

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