*ग्यानी स प्रताप सिंघ जी साबका हेड ग्रंथी संचखड गुरूद्वारा की सिक्ख जगत को अद्वितीय खुद के द्वारा हस्त लिखित श्री गुरू ग्रंथ साहीब जी के स्वरूप की भेट

संचखड हजुर साहीब गुरूद्वारा साहीब के साबका हेड ग्रंथी ग्यानी प्रताप सिंघ जी ने अपने अनेक वर्षों के अथक परिश्रम से श्री गुरु ग्रंथ साहीब जी का हस्त लिखित स्वरुप बनाकर संचखड गुरूद्वारे को अर्पण कीये.....वैसे इस कार्य के लिये स्याई तथा पेपर अमेरिका से मंगाया गया...इस के लिखाई की बहोत सा शुध्दीकरण सिंघ साहीब भाई राम सिंघ जी सहायक जत्थेदार हजुर साहीब ने किये और दल पंथ बाबा बिधी चंद साहीब जी के जत्थे के बारहवे जत्थेदार बाबा अवतार सिंघ बाबाजी द्वारा अनेक विद्वान ग्यानीओं द्वारा कीये जाने पर ही गुरूद्वारा साहीब में अर्पित किये....इस का एक एक अक्षर इतना सुंदर मोती जैसा लग रहा है......देखा जाये तो इसे लिखने की सुरूवात बहोत वर्षो पहले किये थे परंतु दीनो के हीसाब से दो वर्षे लगे है...श्री गुरु ग्रंथ साहीब जी को हाथ से लिखना बहोत ही मुश्किल काम है और यह गुरु महाराज की कृपा के बिना पुरा नहीं हो सकता.....ग्यानी जी का बहोत बहोत धन्यवाद तथा ग्यानी जी को शुभकामना और गुरु महाराज से अरदास है ग्यानी जी को अच्छी सेहत के साथ पंथ की सेवा के लिये लंबी आयु बक्षे.....भुल चुक की माफी चाहुंगा राजेंद्र सिंघ नौनिहाल सिंघ शाहू इलेक्ट्रिकल ट्रैनंर अबचलनगर नांदेड 7700063999*

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